तुम अच्छे हो और मैं...


तुम क्षणिक जीवन में भी प्रकृति पर जीवन बरसाते हो और मैं नफ़रत...
आज भी इस अहम में जीता है मानव कि मुझे धर्म की सेवा में परलोक मिलेगा तो कोई कहता जन्नत मिलेगी
- मानव जाति

धोरों का संदेश

दोस्तों,

वैसे तो दुनिया का हर धर्म, हर विचारधारा अच्छी है पर मानव में पनपती नकारात्मक महत्त्वाकांक्षा ही मानव पतन का कारण बनेगी।
बस आपसे यही कहना है अगर पसंद आये ये विचार तो अपनी सोच समझ कर लोगों तक प्रकृति का ये संदेश जरूर पहुंचाना।
अपने सुझाव जरूर लिखना।

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