चीन ने बनाया पहला एआइ न्यूज एंकर, जो पढ़ेगा 24 घंटे बिना थके खबरें



  • एक प्रश्न उठा कौन सुनेगा 24 घंटे न्यूज?
  • जी साब आज ग्लोबलाइजेशन का जमाना है और एक समय इंग्लिश का दुनिया की जुबां पर आना है तो फिर दुनियाभर में अंग्रेजी बोलने वालों की तादाद दिनोंदिन बढ़ रही है।
  • और भैय्या ये हमसे बहुत आगे की सोचकर चलते हैं।
  • सच मानो सारा धन बचा लेना चाहते हैं आदमी को बेरोजगार करके।
  • पर आज का दौर ग्लोबलाइजेशन का है और ये अंग्रेजी एंकर है जो लोकल भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी में खबरें पढ़ेगा तो कोई तो सुनेगा और फिर एआइ है आदमी से ज्यादा वफादार।
  • अरे भई! कोई सुने या न सुने पर न्यूज चैनल को तो 100 फीसदी फायदे का ही सौदा है। ये बात अलग है कि इससे चीन के युवा वर्ग को अभी तो तीन लोगों की भर्ती कम करने का मलाल रहेगा। पर यह चाइना मेड है तो उन देशों के लिए खतरे की घंटी बज सकती है जहां मीडिया कर्मी जी चुराते हैं अपना पूरा समय न दे पाने के कारण।
  • पहली बार ऐसा करना बड़ी उपलब्धि है पर इससे दो ग्रुपों को ही सबसे ज़्यादा फायदा है एक तो न्यूज चैनल और दूसरा एआइ एंकर बनाने वाली कम्पनी को।
  • न्यूज चैनल वालों के मजे ही मजे हो जाएंगे क्योंकि मानव है कि नखरे दिखाते हैं और तीन शिफ्ट में तीन अलग-अलग लोग नौकरी पर आते हैं फिर भी न्यूज चैनल वालों को यही सुनने को मिलता है क्या मशीन ही समझ लिया जो 24 घंटे से रगड़े जा रहे हो। कुछ आराम तो बनता है।
  • समय बहुत हो गया। यारो अप्रेजल नहीं लगा क्या बात हैं। चलो हड़ताल करते हैं।
  • बेटा, अब ये बातें पुरानी हो गई एक दिन हमें कह रहे थे जाओ रामू काका उम्र हो गई काम नहीं होता अब तो किसी युवा को मौका दो।
  • और हम जब आप से कहते थे कि बेटों मालिक से गद्दारी नहीं, काम के प्रति पूरी ईमानदारी रखों लो अब, अप्रेजल नहीं डिस्पोजल मिलेगा।
  • आप ऐसा कैसे बोल रहे हो, रामू काका
  • बेटा मैंने तो अपनी उम्र पूरी कर ली पर पहले से कहता था ये पैसे वाले हैं इनको सिर्फ मुनाफे से मतलब है, लो रख लिया ने एआइ एंकर।
  • नहीं हम ऐसा नहीं होने देंगे?
  • ऐ चलो बॉस से बात करते हैं कि वे हमारे पेट पर लात न मारे हम पूरी मेहनत से काम करते आएं हैं और आगे से साथ में ही मिलजुल कर काम करेंगे।
  • बॉस के पास जाते हैं, बॉस मोबाइल पर...
  • हां यार आपके एआइ एंकर ने तो दिल जीत लिया हमारा, क्या बोलता है आइला, एकदम झकास माइंड कर दिया। न कोई हकलाहट, न कोई हैजिटेसन, न कोई...
  • (अपनी टीम के मेम्बर को देखकर बात आधी छोड़कर)
  • प्रदीप क्या कैसे आना हुआ तुम सब का एक साथ।
  • वो बॉस, हमने सुना है कि आपने एआइ..
  • हां, एआइ एंकर खरीदा है अभी एक ही है और ऐसा ही एक और ऑर्डर किया है।
  • पर सर हमारा क्या होगा, हम भी एंकरिंग करते हैं।
  • देखा नहीं तुमने कई न्यूज चैनल वालों के यहां मेहनताने को लेकर हड़ताले से उन्हें कितने करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वे तो चले गये दूसरी जगह, काम मिला उनको, बर्बादी मिली मालिक को। तो अभी मैंने ऐसा कुछ नहीं सोचा एक विकल्प है आने वाले कल के लिए।
  • सोच लो कल तुम ऐसा मत करना वरना...


https://twitter.com/XHNews/status/1060517595466493952?s=19


  • देखा दोस्तों।
  • ऐसा होगा आने वाले दिनों में।
  • मुझे तो डर है कोई लेखक न आ जाए नहीं तो मेरी रोजी-रोटी का क्या, सुना है एक एआइ कविता पाठ करता है।
  • सुना है एक एआइ प्रोफेसर आया है जो लेक्चर देता है वो भी शानदार।
  • अरे हां सुना हैं, रोबोटिक सर्जरी में भी एआइ अपना भाग्य आजमा रहा है। 
  • तो दोस्तों हमें लगा हमारी प्रकृति और मानव श्रम पर संकट आने वाला है तो हमने अपने मन की चिंता आपके सामने जाहिर कर दी। अच्छी लेग तो दोस्तों में शेयर करना पर इसके बारे में सोचना और अपने सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर लिखना।

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